मेरठ रोड, मोदीनगर- हापुड़ रोड, लालकुआं, मेरठ तिराहा, मोहननगर, जीटी रोड पर रही भीषण जाम की स्थिति
एसएसपी दो दिन से खुद उतर रहे सड़क पर, खुलवा रहे जाम
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद/ मोदीनगर। रक्षा बंधन एवं भइया दूज के पर्व दिल्ली एनसीआर में भीषण जाम के लिए जाने जाते हैं। इस बार भी रक्षा बंधन के दिन गाजियाबाद जिले की सड़कें भीषण जाम से कराह उठी। हालात यह थे कि जाम से जनता को निजात दिलाने के लिए खुद एसएसपी को सड़क पर उतरना पड़ा।
इस बार रक्षा बंधन दो दिन होने एवं 12 अगस्त को द्वितीय शनिवार होने के कारण इस बार यह उम्मीद थी कि लोगों को जाम से जूझना नहीं पड़ेगा। लेकिन यह उम्मीद बुधवार की शाम से ही धूलधूसरित होने लगी जब सड़कों पर जाम के हालात उत्पन्न हो गये। लेकिन गुरुवार को सुबह से ही दिल्ली- मेरठ रोड, मोहननगर, मेरठ तिराहा, लालकुआं, जीटी रोड समेत अनेक क्षेत्रों में जाम लगना शुरू हो गया था। कटों पर पुलिस तैनात तो थी, लेकिन जाम के आगे वह भी बेबस नजर आ रही थी।
40 मिनिट का सफर 4 घंटे में हुआ पूरा
मेरठ- दिल्ली मार्ग पर तो हालात यह थी कि मोदीनगर से गाजियाबाद का सफर जो 40 मिनिट में पूरा होना चाहिये था वह चार घंटे में पूरा हुआ। इस दौरान जाम में कई एंबुलेंस भी फंसी नजर आई। इसके साथ ही पहली बार यह दिखाई दिया कि मोदीनगर- हापुड़ रोड पर भी कई कट आसपास होने के कारण यहां पर भीषण जाम लग गया। ऐसे में यहां से निकलने में भी वाहन चालकों को आधा से एक घंटे का समय लगा।
पुलिस की ड्यूटी थी, लेकिन जाम में बेबस
जाम के मद्देनजर कटों एवं चौराहों पर थाना पुलिस के साथ ही यातायात पुलिस के जवान तैनात किये गये थे। लेकिन भीषण जाम ने पुलिस को बेबस तो बनाया ही साथ ही पुलिस को पसीना छुड़ा दिया।
पहली बार एसएसपी- एसपी यातायात जाम खुलवाते आये नजर
जिले में त्यौहारों पर जब भी जाम की स्थिति उत्पन्न होती है ऐसे में अधिकतर थाना पुलिस ही जाम खुलवाती नजर आती है। लेकिन गाजियाबाद में पहली बार यह नजर आया कि दो दिन से खुद एसएसपी मुनिराज जी सड़क पर उतरकर जाम खुलवा रहे थे। उनके साथ एसपी याातायात रामानंद कुशवाहा भी थे। जब कप्तान खुद जाम खुलवा रहे हो तो पुलिस फोर्स तो खुद सक्रिय हो जायेगी।